Ramlochan Thakur :: रामलोचन ठाकुर (18.03.1949 – 25.03.2021)


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मैथिलीक वरेण्य साहित्यकार, जगमगाइत प्रकाश पुंज, एकांत साधक छला रामलोचन ठाकुर। प्रचार प्रसार सँ दूर रहि अनवरत मैथिलीक सेवा मे रत रहला।
पिता-: सुरजीत ठाकुर आ
माता-: शारदा देवीक कोखि मे जन्म ल’ अपन कृतित्व सँ मिथिला केँ गौरवान्वित केलनि।
हिनक अन्य नाम अग्रदूत, कुमारेश काश्यप, मुजतबा अली छलनि।
जन्म 18 मार्च 1949,
निधन- अस्पताल द्वारा देल गेल मृत्यु प्रमाण पत्रक अनुसार 25/03/2021
(कोलकाता)
जन्म भूमि : ग्रा.+पत्रा. – बाबूपाली (पाली मोहन), खजौली, मधुबनी, (मिथिला) हुनक प्रारंभिक शिक्षा संस्कृत टोल पाठशालामे भेलनि। 1963 मे कलुआही हाइस्कूलसँ मौट्रिक पास केलाक बाद ओ नोकरीक खोजमे कलकत्ता चलि एलाह। तखन ओ पंद्रहे बर्खक छलाह।
वर्तमान पता- 2M, चिराग अपार्टमेंटस्, 4, इटालगाछा रोड, कोलकाता। हुनक लिखल ग्रंथक नाम-:
इतिहासहंता (मौलिक, कविता ,1977)
बेताल कथा (मौलिक, व्यंग्य, 1981)
प्रतिध्वनि (अनुवाद, काव्य, 1982)
जादूगर (अनुवाद, नाटक, 1982)
मैथिली लोककथा (संकलन-संपादन ,1983) पुणर्मुद्रण-2006
आजुक कविता (संपादित, कविता,1984)
माटि-पानिक गीत (मौलिक, कविता ,1985)
देशक नाम छलै सोन चिड़ैया (मौलिक, कविता ,1986)
अपूर्वा (मौलिक, कविता ,1996)
फाँस (अनुवाद , नाटक, 1997)
जा सकै छी किन्तु कियै जाउ (अनुवाद , कविता, 1999, भाषा-भारती सम्मानसँ सम्मानित)
कविपति विद्यापति मतिमान (संग-संपादन , आलेख , 2000)
लाख प्रश्न अनुत्तरित (मौलिक, कविता , 2003)
स्मृतिक धोखरल रंग (मौलिक, आलेख, 2004)
रिहर्सल (अनुवाद , नाटक, 2004)
आँखि मुनने आँखि खोलने (मौलिक, आलेख, 2005)
युगप्रवर्तक कवीश्वर चन्दा झा (संपादित, आलेख, 2007)
पद्मा नदीक माँझी (अनुवाद , उपन्यास , 2009)
नन्दितनरके (अनुवाद , उपन्यास, अंतिकामे 2009, पोथी-2011,मैथिलीमे) नन्दितनरके (बया-2009,पोथी 2010-हिंदीमे),
जयकांत मिश्र समज्ञा (संग-संपादन , आलेख , 2016)
कठपुतरी नाचक इतिकथा (अनुवाद, उपन्यास , 2016)
सागर लहरि समाना (आत्मकथा-आत्मसंस्मरण, 2017)
अयाची संधान (अनुवाद , उपन्यास, मूल विभूति भूषण मुखोपाध्याय, प्रकाशक किसुन संकल्प लोक, 2018),
रानी गाइदिन्ल्यू (अनुवाद , उपन्यास , मूल जगदम्बा मल्ल, प्रकाशक नेशनल बुक ट्रस्ट- 2020)
चारि पहर (अनुवाद ,नाटक, मंचित, अप्रकाशित)
किशुन जी विशुन जी (अनुवाद, नाटक, मंचित, अप्रकाशित)
बाह रे बच्चा राम (अनुवाद, नाटक, मंचित, अप्रकाशित)
एकर अतिरिक्त बहुत रास रचना ओ विभिन्न पत्रिकाक संपादकीय छनि जकरा पोथी रूपमे आनब बाँकी छै।
संपादन-
अग्निपत्र (1973, डा. विरेन्द्र मल्लिक आ सुकान्त सोम संग)
मैथिली रंगमंचक मुखपत्र “रंगमंच” (1974)
“सुल्फा” नामसँ हस्तलिखित पत्रिका (1975)
“मैथिली दर्शन” (पुनः प्रकाशन जनवरी 2005सँ मार्च 2006 धरि)
मिथिला दर्शन (मई-जून 2009 सँ लऽ कऽ जनवरी 2020 धरि)
एकर अतिरिक्त “देसकोस” (1981) जकर संपादकमे नाम छल विनोद कुमार झाक मुदा संपादन केर अधिकांश काज रामलोचन ठकुरजी द्वारा संपादित होइत छल। एहने एकटा आर पत्रिका छलै “देसिल बयना”
(Oct-1981) जकर संपादकमे नाम छलन्हि जनार्दन झाक मुदा काज रामलोचने जी करैत छलखिन।
सम्मान-
CIIL द्वारा अनुवाद लेल “भाषा-भारती सम्मान” (2003-4)
विदेह पत्रिका द्वारा संचालित 2012 केर “विदेह सम्मान (समानान्तर साहित्य अकादेमी पुरस्कार)”क अनुवाद पुरस्कार
प्रबोध साहित्य सम्मान (2012,चंद्रभानु सिंहजीक युग्म रूपे),
किरण मैथिली साहित्य शोध संस्थान, उजान द्वारा “किरण साहित्य सम्मान” 2015
चेतना समिति, पटना द्वारा “यात्री-चेतना पुरस्कार”-2017 आदिसँ सम्मानित। विशेष सम्मान- सितम्बर 2020मे हिनक नामक उपर मैथिली गजलमे आएल एकटा नव बहरक नाम “बहरे लोचन” रखबाक घोषणा भेल।
एकर अतिरिक्त कलकत्ताक किछु संस्था द्वारा अभिनंदन सेहो भेल छनि जेना मिथिला सांस्कृतिक परिषद् ओ अन्य।
लगभग 2019 सँ रामलोचन ठाकुर कतेको मास सँ अल्जाइमर बिमारीक चपेटमे छला। एहिमे लोक बिसरए लागैत छै आ से सभ चीज जेना अपन परिचय, पता-ठेकाना सभ। 12 फरवरी 2021, शुक्र दिन भिनसर 9.30 बजे रामलोचन ठाकुरजी अपन घरसँ कतहुँ निकलि गेलाह आ तकर बाद 6 अप्रैल 2021 केँ ई दुःखद समाचार भेटल जे रामललोचन बाबू गोलोकवासी भ’ गेला।
(विदेह पत्रिकासँ साभार)
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लेखक-:©
अखिलेश कुमार झा
ग्राम-:ननौर(मधुबनी)